कोई वजह, या बात कुछ, पर्वतनुमा नहीं
केवल रिश्तों का, पुल जर्जर, दरमियाँ नहीं सोच ,किसी मायने मगर ,बे-जुबां नही
मगर अच्छी बात कि, उम्र को गुमाँ नहीं
बहारो के मौसम ,यहाँ –वहाँ ढूँढ के देखा
यादो के आसपास मौजूद, तितलियाँ नहीं
नीयत की तरह साफ, शायद , आइना नहीं
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